हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "बिहारूल अनवार" पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:
:قال الامام الباقر علیه السلام
اِنَّ اللهَ تعالی عَوَّضَ الحسینَ عَلیهالسلام مِن قَتلهِ أَنْ جَعَلَ إلامامةَ فی ذُرِّیَّتِه وَالشِّفاءَ فی تُربَتِهِ و اِجابَةَ الدُّعاءِ عِندَ قَبره.
हज़रत इमाम मुहम्मद बाकिर अलैहिस्सलाम ने फरमाया:
अल्लाह तआला ने इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम़ को उनकी शहादत के बदले में तीन इनायत फरमाई हैं,इमामत को उनकी नस्ल में, शिफा को उनकी कब्र की मिट्टी में और दुआ की कबूलियत को उनकी कब्र के पास करार दे दिया,
बिहारूल अनवार,भाग 33,पेंज 221